पर्ल के हत्यारे और आतंकी उमर शेख को पाकिस्तान की फांसी की सजा को कम करने के पाकिस्तान कोर्ट के फैसले ने सभी को हैरत में डाल दिया है। अमेरिका ने भी इस पर अपनी नाराजगी व्यक्त की है। डेनियल पर्ल की नृशंस हत्या को 18 साल से ज्यादा का समय गुजर चुका है। इस दौरान आतंकी उमर शेख और उस जैसे दूसरे आतंकी पाकिस्तान में या तो खुले घूमते रहे या फिर नाम मात्र की जेलों में कैदी बनकर रहते रहे। उन्हें कैद करने की दो बड़ी वजह भी थीं। पहली वजह दुनिया को ये दिखाना था कि पाकिस्तान सरकार उन पर कार्रवाई कर रही है तो दूसरी वजह ये भी थी कि उन्हे कैद में रखकर उन्हें अमेरिका की गोली से बचाया जा सकता था।
आपको बता दें कि पाकिस्तान की कोर्ट ने उसको महज सात साल की सजा सुनाई है। लेकिन वह 18 वर्षों से जेल में है इसलिए कुछ दिनों में उसकी रिहाई भी हो जाएगी। पाकिस्तान के प्रमुख अखबार द डॉन ने अपने संपादकीय में इस फैसले पर नाराजगी जताते हुए उसको दुनिया के खतरनाक आतंकियों में शुमार किया है। संपादकीय में कहा गया है कि सरकार को कोर्ट के फैसले के खिलाफ अपील करनी चाहिए।
