रिपोर्ट - बोरावड़ से मुकेश जोया
एसडीएम के आदेश को दरकिनार कर पार्षदों ने खोली नाली, ग्रामीणों में विरोध
नगर पालिका बोरावड़ द्वारा तेरापंथ द्वार से हिमोलाई नाडी तक गन्दे पानी की निकासी के लिए बनवा ये गये नाले की लगातार कई वर्ष तक सफाई नहीं होने के कारण नाले से पानी का रिसाव होकर आस पास के घरों तथा दुकान में घुस गया। पानी के कारण मिट्टी के कटाव होने तथा घरों के नीचे से मिट्टी कट जाने के कारण कई घरों में दरारें आ गई।
जिसकी शिकायत होने पर उपखण्ड अधिकारी जेपी बैरवा तथा विधायक रूपाराम मुरावतिया ने मौका देखने के बाद उपखण्ड अधिकारी द्वारा नाले की मरम्मत नहीं होने तक नाले को बंद रखने के दिए निर्देशों की अवहेलना करते हुए तथा प्रभावित लोगों के विरोध के बाद भी पालिका प्रशासन ने कुछ लोगों के सहयोग से नाले को बिना मरम्मत किये खोल दिया, जिससे आस पास के घरों तथा दुकानों में पानी घुस गया। इस सम्बन्ध में पीड़ित परिवारों ने मुलिस थाना मकराना में लिखित शिकायत दी।
रिपोर्ट पर पुलिस ने परिवाद दर्ज कर नाले से पानी के रिसाव से क्षतिग्रस्त मकानों दुकानों का सर्वे करवाकर पीड़ित परिवारों को नुकसान का उचित मुआवजा दिलाने तथा जान बूझकर मानव जीवन को संकट में डालने वाले अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है।
पुलिस को दी गई रिपोर्ट में प्रार्थी जाकिर हुसैन व हाजी मोहम्मद ने पुलिस को अवगत कराया कि उस नाले से पानी के रिसाव से आमीन पुत्र सत्तार तेली, जाकिर पुत्र सत्तार तेली, हकीम पुत्र भादुजी तेली, रशीद पुत्र खलील तेली, बुन्दू पुत्र गुलजी तेली, हाजी मोहम्मद पुत्र फकीर मोहम्मद तेली, सुरेश कुमार सोनी पुत्र देवीलाल सोनी के मकानों तथा दुकानों में दरारें आ गई है, दुकान के हौद के क्षतिग्रस्त होने से उसमें गन्दा पानी भर गया है, नगरपालिका जिससे उनके परिवार हादसे के अन्देशे को लेकर दहशत में है। नगरपालिका बोरावड़ द्वारा नाले की सफाई करवाना शुरू किया, तथा 4 जुलाई को मकराना विधायक रूपाराम मुरावतिया तथा मकराना उपखण्ड अधिकारी ने प्रभावित घरों व दुकानों में हुए नुकसान को देखा। इस दौरान मकराना उपखण्ड अधिकारी जे पी बेरवा ने मोबाइल पर बोरावड़ की अधिशाषी अधिकारी को आदेश देकर पाबन्द किया था, कि नाले की मरम्मत तत्काल की जाय। रिपेयर के बाद ही पानी का बहाव नाले में करे।
परन्तु बुधवार को लोगों के विरोध के बावजूद महिलाओं क लड़ाई के लिए आगे करते हुए कुछ दबंगई लोगों ने, नगरपालिक की अधिशाषी अधिकारी व कुछ उपखण्ड अधिकारी मकराना के आदेशों की अवहेलना करते हुए जानबूझक नाले को बिना मरम्मत के ही खोल दिया। अधिशाषी अधिकारी ने बताया कि नाले की सफाई करानेसे मकानों में दरारें नही आई, पानी कनेक्शन की पाइप लाइन रिसाव होने से भी मकानों में दरारें आ सकती है।नाले का निर्माण 30 वर्ष से अधिक पुराना है।मुख्य सड़क ऊंची हो गई और मकान नीचे जिससे बारिश का पानी भी घरों में प्रवेश हो जाता है। हम आपको बता दे कि यहाँ पक्ष वीपक्ष की राजनीति टकराव के चलते समस्याओं के समाधान पर कम एक दूसरे को नीचा दिखाने ओर राजनीतिक लाभ हानि को देखते हुए मुद्दे को राई का पहाड़ बना दिया जाता है। आपसी राजनीति के बीच मे आम जन अपने आप को ठगा मह्सुश कर रहा है।