बिजली महकमे का अप्रैल माह में कोई भी मीटर रीडर उपभोक्ताओं के घर नहीं जाएगा। इस बार बिजली उपभोक्ताओं को नॉट रीडिंग यानी एनआर का बिल मिलेगा, जो फरवरी बिल की तरह होगा, लेकिन मई में मिलने वाला बिल दुरुस्त होकर दिया जाएगा। इन सब में उन उपभोक्ताओं के लिए राहत भरी खबर है कि अगर उपभोक्ता अपनी मीटर रीडिंग देखकर स्वयं रीडिंग लेकर जमा करने जाता है तो उसे स्वीकार किया जाएगा। कुल मिलाकर सेल्फ रीडिंग की व्यवस्था बनी रहेगी। वहीं स्मार्ट मीटर जिन उपभोक्ताओं के घरों में लगे हैं, उनके मोबाइल पर बिल भेज दिए जाएंगे, उसी के आधार पर स्मार्ट मीटर से जुडे उपभोक्ता अपना बिल जमा कर सकेंगे।
मध्यांचल एमडी सूर्य पाल गंगवार ने बताया कि उपभोक्ताओं के हितों को देखते हुए यह निर्णय किया गया है। उन्होंने कहा कि उपभोक्ता अपने बिजली बिल का भुगतान घर बैठे भी कर सकता है, इसके लिए उसे यूपीपीसीएल की वेबसाइट पर जाना होगा। यही नहीं उपभोक्ता अपने क्रेडिट व डेबिट कार्ड से भी बिल जमा कर सकता है। वहीं विश्वसनीय उपभोक्ता अपने मीटर रीडिंग नोट करके या पिफर उनका वर्तमान का वीडियो बनाकर ई सुविधा केंद्रों पर बिल जमा कर सकते हैं, उसे स्वीकार किया जाएगा। इस पर कोई रोक नहीं है, उनके मुताबिक एक बडा वर्ग उपभोक्ताओं का है जो हर माह की एक से दस तारीख के बीच अपने बिल सेल्फ रीडिंग लेकर जमा करता है। वहीं राजधानी में अब तक तीन लाख से अधिक उपभोक्ताओं के यहां स्मार्ट मीटर लगे हैं, इनकी शक्ति भवन के अलावा डिवीजन व बिजली घर स्तर पर होती है। अभियंता ऐसे उपभोक्ताओं के मीटर की निगरानी अपने लैपटॉप पर कोड डालकर कर सकता है और बकाए पर कनेक्शन काट सकता है। ऐसे उपभोक्ताओं को बिल मोबाइल पर भेजे जा रहे हैं। वहीं दस किलोवॉट व उससे अधिक कनेक्शन लेने वाले उपभोक्ताओं को बिल भेजे जाएंगे, यह काम संबंधित एजेंसी करेंगी।
