शक्ति कोई भी हो दिशाहीन हो जाए तो विनाशकारी ही होती है, लेकिन यदि उसे सही दिशा दी जाए तो सृजनकारी सिद्ध होती है। इस शक्ति में सकारात्मक उर्जा से भरने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पांच अप्रैल को देशवासियों से एक साथ से रात नौ बजे नौ मिनट तक दरवाजे या बालकनी में खड़े रहकर मोमबत्ती, दीया, टार्च और मोबाइल की फ्लैशलाइट जलाने की अपील की थी।
मिला भरपूर समर्थन
