लॉकडाउन ने पुलिस का वो सामाजिक चेहरा भी सामने ला दिया है, जिसके बारे में लोग कम ही जानते हैं। इन दिनों पुलिसकर्मी इस तरह लोगों की सेवा में जुटे हैं, मानो सामाजिक कार्यकर्ता हों। जिन इलाकों में गरीब लोग रहते हैं, वहां जाकर खाकी वाले न केवल राशन बांट रहे हैं बल्कि उनके लिए खाना तैयार कराकर भी पहुंचा रहे हैं। डीआइजी अरुण मोहन जोशी ने भी जवानों को संदेश दे रखा है कि इस समय लोग संकट में हैं, उनकी सेवा करो। अपराध और अपराधियों से बाद में निपट लेंगे। संदेश का असर इस कदर है कि सीओ से लेकर थानेदार तक जगह-जगह भोजन वितरित कर रहे हैं। लोग भी कहने लगे हैं कि इन मुश्किल हालात में पुलिस इस तरह नहीं जुटती तो कोरोना से अधिक मौतें भूख और अन्य कारणों से हो जाती। जाहिर है कि नेतृत्व बेहतर हो तो फिर सिस्टम बेहतर हो जाता है।
समाज सेवा को किया लॉकडाउन
